हर सेक्टर में उतरने की तैयारी
उन्होंने कहा कि रिलायंस कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स के फाइनेंशियल ईयर 2024 के रेवेन्यू में 200,000 से अधिक किराना स्टोर से अर्जित ₹1,000 करोड़ शामिल हैं। कंपनी इन दुकानों को अपने प्रॉडक्ट्स बेचती है। कंपनी ने फाइनेंशियल ईयर 2025 में ₹5,000 करोड़ रेवेन्यू का लक्ष्य रखा है। इस साल पेरेंट कंपनी RCPL में बड़ी पूंजी डालेगी। हालांकि यह रकम अभी तय नहीं की गई है, लेकिन यह 500-700 करोड़ रुपये के बीच रह सकती है। कंपनी खुद अपना बॉटलिंग प्लांट लगाना चाहती है। इसकी वजह यह है कि अन्य बॉटलरों के साथ साझेदारी करने की उसकी पिछली रणनीति कारगर नहीं रही है। रिलायंस ने 2022 में उस समय बंद हो चुके कैंपा ब्रांड को करीब ₹22 करोड़ में खरीदा था। कैंपा कोला अभी देश के सबसे बड़े कोला बाजार आंध्र प्रदेश में उपलब्ध है लेकिन आपूर्ति की समस्याओं के कारण पूरे देश में इसकी रेगुलर सप्लाई नहीं हो पा रही है।सूत्र ने कहा कि स्टेपल के अलावा बेवरेजेज आरसीपीएल का सबसे बड़ा बिजनस होगा। बॉटलिंग प्लांट के लिए मशीनरी मंगवाने में समय लगता है और इसलिए आरसीपीएल को जल्द ही पूंजी मिल जाएगी। इस बारे में रिलायंस कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स ने ईटी के सवालों का जवाब नहीं दिया। आरसीपीएल कॉन्ट्रैक्ट मैन्यूफैकचरर्स के जरिए कैंपा कोला की बॉटलिंग करती है। साथ ही गुजरात में Sosyo कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक बनाने वाले एक प्लांट में भी यह काम होता है। इसमें रिलायंस की 50% हिस्सेदारी है। कंपनी आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में कॉन्ट्रैक्ट बॉटलर्स के साथ काम करती है। फरवरी और मार्च 2023 में, रिलायंस रिटेल वेंचर्स ने आरसीपीएल में ₹277 करोड़ का निवेश किया था। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज को दी गई जानकारी के अनुसार यह प्रमोटर्स द्वारा इस बिजनस में किया गया पहला बड़ा पूंजी निवेश था। फाइलिंग से यह भी पता चलता है कि RCPL की योजना FMCG की श्रेणी में एंट्री मारने की है।