सवाल: कितने आरोप तय किए गए हैं?
जवाब: पांच मामलों के तहत आरोप तय किए गए हैं। इनमें FCPA का उल्लंघन करने की साजिश, प्रतिभूति धोखाधड़ी की साजिश, वायर धोखाधड़ी की साजिश, प्रतिभूति धोखाधड़ी और न्याय में बाधा डालने की साजिश का मामला शामिल है।
सवाल: क्या ये सभी आरोप अडानी सहित सभी आठ आरोपियों पर लागू होते हैं?
जवाब: जरूरी नहीं। एफसीपीए के आरोप और न्याय में बाधा डालने के आरोप एज्योर के अधिकारियों पर केंद्रित हैं। इन्होंने कथित तौर पर सबूत मिटा दिए। अडानी को जुटाए गए फंड के संबंध में प्रतिभूतियों और वायर धोखाधड़ी का सामना करना पड़ता है।
सवाल: अभियोग क्या है?
जवाब: अमेरिकी कानूनी प्रणाली में जांच एजेंसियां अपने निष्कर्षों को एक अभियोजक को सौंपती हैं। यह राज्य या संघीय सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाला एक वकील होता है। अगर सरकारी वकील को लगता है कि अपराध गंभीर है तो वह ग्रैंड जूरी के चयन की पहल कर सकता है।
ग्रैंड जूरी एक पैनल होता है जो मामले की सुनवाई करता है। इस पैनल में न्यूनतम 16 और अधिकतम 23 लोग शामिल हो सकते हैं। ग्रैंड जूरी की ओर से अदालत में लाए गए आरोपों को अभियोग के रूप में जाना जाता है। अडानी मुकदमे के दौरान आरोपों का विरोध कर सकते हैं।
सवाल: इस अभियोग का मतलब क्या है?
जवाब: इस तरह के अभियोग का मतलब है कि बैंक, संस्थागत निवेशक और रेटिंग एजेंसियां अडानी की संपत्तियों को नकारात्मक रूप से देखेंगी। साथ ही निजी इक्विटी निवेशकों और एसईसी-पंजीकृत निवेशकों को ग्रुप के साथ व्यापार करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
सवाल: क्या इन आरोपों को बिना दोषी ठहराए निपटाया जा सकता है? यानी क्या अडानी के पास बचने का कोई रास्ता है?
जवाब: हां, प्रतिभूति और अन्य अमेरिकी कानून आरोपी को विनियामक के साथ बातचीत करने और जुर्माना देकर व अपराध स्वीकार किए बिना उन्हें निपटाने का प्रावधान करते हैं।
जवाब: पांच मामलों के तहत आरोप तय किए गए हैं। इनमें FCPA का उल्लंघन करने की साजिश, प्रतिभूति धोखाधड़ी की साजिश, वायर धोखाधड़ी की साजिश, प्रतिभूति धोखाधड़ी और न्याय में बाधा डालने की साजिश का मामला शामिल है।
सवाल: क्या ये सभी आरोप अडानी सहित सभी आठ आरोपियों पर लागू होते हैं?
जवाब: जरूरी नहीं। एफसीपीए के आरोप और न्याय में बाधा डालने के आरोप एज्योर के अधिकारियों पर केंद्रित हैं। इन्होंने कथित तौर पर सबूत मिटा दिए। अडानी को जुटाए गए फंड के संबंध में प्रतिभूतियों और वायर धोखाधड़ी का सामना करना पड़ता है।
सवाल: अभियोग क्या है?
जवाब: अमेरिकी कानूनी प्रणाली में जांच एजेंसियां अपने निष्कर्षों को एक अभियोजक को सौंपती हैं। यह राज्य या संघीय सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाला एक वकील होता है। अगर सरकारी वकील को लगता है कि अपराध गंभीर है तो वह ग्रैंड जूरी के चयन की पहल कर सकता है।
ग्रैंड जूरी एक पैनल होता है जो मामले की सुनवाई करता है। इस पैनल में न्यूनतम 16 और अधिकतम 23 लोग शामिल हो सकते हैं। ग्रैंड जूरी की ओर से अदालत में लाए गए आरोपों को अभियोग के रूप में जाना जाता है। अडानी मुकदमे के दौरान आरोपों का विरोध कर सकते हैं।
सवाल: इस अभियोग का मतलब क्या है?
जवाब: इस तरह के अभियोग का मतलब है कि बैंक, संस्थागत निवेशक और रेटिंग एजेंसियां अडानी की संपत्तियों को नकारात्मक रूप से देखेंगी। साथ ही निजी इक्विटी निवेशकों और एसईसी-पंजीकृत निवेशकों को ग्रुप के साथ व्यापार करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
सवाल: क्या इन आरोपों को बिना दोषी ठहराए निपटाया जा सकता है? यानी क्या अडानी के पास बचने का कोई रास्ता है?
जवाब: हां, प्रतिभूति और अन्य अमेरिकी कानून आरोपी को विनियामक के साथ बातचीत करने और जुर्माना देकर व अपराध स्वीकार किए बिना उन्हें निपटाने का प्रावधान करते हैं।