आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। लिस्ट में 11 नाम हैं। इनमें से छह नेता ऐसे हैं, जो बीजेपी या कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए हैं।
ब्रह्म सिंह तंवर, बीबी त्यागी और अनिल झा ने हाल ही में बीजेपी छोड़ी थी। वहीं जुबैर चौधरी, वीर सिंह धींगान और सुमेश शौकीन कांग्रेस से आप में आए हैं।
दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म हो रहा है। इलेक्शन कमीशन मौजूदा सदन के पांच साल के कार्यकाल के खत्म होने की तारीख से पहले चुनाव की प्रक्रिया पूरी कराता है।
पिछला विधानसभा चुनाव फरवरी 2015 में हुआ था, जिसमें आम आदमी पार्टी ने पूर्ण बहुमत हासिल किया था और 70 में से 62 सीटें जीती थीं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सिर्फ 8 सीटें जीतने में सफल रही, जबकि कांग्रेस का खाता नहीं खुला था। शराब नीति केस में ED ने केजरीवाल को 21 मार्च को अरेस्ट किया था। बाद में 26 जून को CBI ने उन्हें जेल से हिरासत में लिया था। केजरीवाल ने करीब 156 दिन जेल में बिताए। फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। उनके खिलाफ 2 जांच एजेंसी (ED और CBI) ने केस दर्ज किया है। केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 13 सितंबर को CBI केस में जमानत दी थी। वहीं, ED मामले में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से 12 जुलाई को जमानत मिल गई थी।
जेल से बाहर आकर CM पद से इस्तीफा
जेल से बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर शाम को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ आतिशी और 4 मंत्री मौजूद रहे थे। इसके बाद आतिशी ने नई सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया। इस बीच, दिल्ली सरकार ने 26 और 27 सितंबर को 2 दिन का विधानसभा सत्र भी बुलाया था। सत्ता परिवर्तन पर भाजपा ने कहा कि मेकओवर ने AAP के दाग नहीं छिपेंगे।
आतिशी ने दिल्ली की नई CM पद की शपथ ली
आतिशी ने 21 सितंबर को दिल्ली की 9वीं मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राजनिवास में उपराज्यपाल (LG) विनय सक्सेना ने उन्हें शपथ दिलाई। शपथ के बाद आतिशी ने अरविंद केजरीवाल के पैर छुए। वे दिल्ली की सबसे युवा (43 साल) CM हैं। इससे पहले केजरीवाल 45 साल की उम्र में CM बने थे। आतिशी बतौर महिला सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद दिल्ली की तीसरी महिला CM हैं।
2012 में AAP बनी, 2023 में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला
अन्ना आंदोलन के बाद 2 अक्टूबर 2012 को अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी (AAP) बनाई। चुनाव आयोग से 10 अप्रैल 2023 को उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला। किसी पार्टी को नेशनल पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए लोकसभा या विधानसभा चुनाव में चार राज्यों में 6% वोट हासिल करना जरूरी होता है। पार्टी दिल्ली, पंजाब, गोवा और गुजरात में 6% से ज्यादा वोट शेयर हासिल कर चुकी है।
दिल्ली के अलावा पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है। पार्टी का संगठन हरियाणा और गुजरात में भी मजबूत है। पार्टी के लोकसभा में तीन जबकि राज्यसभा में 10 सांसद है। देश के अन्य राज्यों में भी AAP के कैडर एक्टिव हैं।