स्विगी, जोमैटो, जेप्टो, ब्लिंकिट को लेकर उदय कोटक ने दी चेतावनी, ये कंपनियां क्यों बन सकती हैं राजनीतिक मुद्दा?
नई दिल्ली: इन दिनों क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। 10 से 15 मिनट से लगभग हर जरूरत का सामान घर पर डिलीवर करने वाली इन कंपनियों को लेकर अब चर्चाएं भी शुरू होने लगी हैं। कोटक महिंद्रा बैंक के फाउंडर उदय कोटक ने इन क्विक कॉमर्स कंपनियों के कारण खुदरा विक्रेताओं पर पड़ रहे प्रभाव पर चिंता व्यक्त की है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक एक कार्यक्रम में उदय कोटक ने भविष्यवाणी की है कि यह एक राजनीतिक मुद्दा बन सकता है। सीएनबीसी टीवी18 के एक कार्यक्रम में बोलते हुए कोटक ने कई अन्य देशों के विपरीत भारत में क्विक कॉमर्स की सफलता को लेकर भी बात कही।
क्या कहा उदय कोटक ने?
उदय कोटक ने इस कार्यक्रम में कहा कि क्यू-कॉम (क्विक कॉमर्स) स्थानीय खुदरा विक्रेताओं के लिए एक चुनौती है। यह एक ऐसी चुनौती है जो राजनीतिक मोर्चे पर आएगी। उन्होंने किराना और फूड डिलीवर करने वाली कंपनी स्विगी की लिस्टिंग के ठीक बाद यह बात कही। स्विगी का आईपीओ 13 नवंबर को 17% प्रीमियम पर लिस्ट हुआ था।
क्या है क्विक कॉमर्स?
क्विक कॉमर्स का मतलब 10-30 मिनट में खाने-पीने और दूसरी जरूरी चीजों की कस्टमर के घर या ऑफिस डिलीवर करना है। ब्लिंकिट, जेप्टो, स्विगी इंस्टामार्ट और फ्लिपकार्ट मिनट्स भारत में शीर्ष क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म में से हैं। डेटाम इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के अनुसार साल 2030 तक क्विक कॉमर्स मार्केट का साइज 40 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो 2024 में 6.1 बिलियन डॉलर से अधिक है।
क्विक कॉमर्स की सफलता को लेकर कही यह बात
उदय कोटक ने भारत में क्विक कॉमर्स की सफलता को लेकर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का एक अनूठा देश है, जहां क्विक सर्विस रिटेल सफल रहा है। वहीं दुनिया के कई देश ऐसे हैं जहां यह मॉडल उतना प्रभावी नहीं रहा है।
ऐपल और मेटा जैसे ब्रांड बनाने पर दिया जोर
उदय कोटक ने भारतीय इनोवेशन के सकारात्मक प्रभाव को स्वीकार किया। साथ ही उन्होंने भारतीय व्यवसायों को ऐपल, मेटा और यूनिलीवर जैसे मजबूत कंज्यूमर ब्रांड विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
नई दिल्ली: यह पिछले सप्ताह गुरुवार, 23 जनवरी 2025 की बात है। एविएशन सेक्टर के रेगुलेटर नागरिक उड्डयन महानिदेशक यानी डीजीसीए (DGCA) ने एविएशन कंपनियों के साथ बैठक की थी।…
नई दिल्ली: चीनी एआई डेवलपर डीपसीक (DeepSeek) ने 24 घंटे में दुनिया के टॉप अमीरों का बड़ा नुकसान कर दिया। डीपसीक के कारण अमेरिका समेत दुनियाभर की शेयर मार्केट में गिरावट…
नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) का इस साल का बजट इसी सप्ताह ही पेश होने वाला है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण आगामी 1 फरवरी को केंद्रीय बजट (Union…
नई दिल्ली: चीन के AI मॉडल DeepSeek (डीपसीक) से अमेरिका बुरी तरह लड़खड़ा गया है। अमेरिका शेयर मार्केट धड़ाम हो गया है। एनवीडिया समेत कई दिग्गज कंपनियों के शेयरों में बड़ी…
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अरबपति कारोबारी एलन मस्क की दोस्ती किसी से छिपी नहीं है। राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले ही ट्रंप ने मस्क को अहम…
मुंबई: सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) आंध्र प्रदेश में एक रिफाइनरी लगा रही है। उसकी क्रूड रिफाइनिंग क्षमता 90 लाख टन सालाना होगी। इस ऑयल रिफाइनरी-सह-पेट्रोकेमिकल…
नई दिल्ली: नए साल की शुरुआत में भी विदेशी निवेशकों (Foreign Investors) ने भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली नहीं रोकी है। जनवरी में बीते शुक्रवार तक एफआइआई (FII) यहां से…