सॉफ्टवेयर कंपनी जोहो के फाउंडर और लंबे समय से CEO रहे श्रीधर वेम्बू ने अपना पद छोड़ दिया है। अब वे कंपनी के चीफ साइंटिस्ट के तौर पर काम करेंगे। यहां वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीप-टेक पर फोकस्ड रिसर्च और इनोवेशन पर काम करेंगे। कंपनी के को-फाउंडर शैलेश कुमार दावे अब कंपनी के नए चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर होंगे।
श्रीधर वेम्बू ने सोमवार (27 जनवरी) को अपने X अकाउंट पर लिखा, 'मौजूदा समय के चुनौतियों, अवसर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में हुए डेवलपमेंट को देखते हुए मैंने फैसला किया है कि अब मुझे अपने पर्सनल रूरल डेवेलपमेंट मिशन के साथ साथ फुल टाइम रिसर्च एंड डेवेलपमेंट (R&D) के काम पर फोकस करना चाहिए।'
को-फाउंडर टोनी थॉमस जोहो US को लीड करेंगे।
उन्होंने कहा, 'हमारे को-फाउंडर शैलेश कुमार दावे नए ग्रुप CEO के रूप में काम करेंगे। को-फाउंडर टोनी थॉमस जोहो US को लीड करेंगे। राजेश गणेशन हमारे मैनेज-इंजन डिवीजन का नेतृत्व करेंगे और मणि वेम्बू जोहो डॉट कॉम डिवीजन को लीड करेंगे।'
पद्म श्री से सम्मानित हैं श्रीधर वेम्बू
श्रीधर वेम्बू ने अपने करियर की शुरुआत सैन डिएगो कैलिफोर्निया से क्वालकॉम के साथ वायरलेस इंजीनियर के रूप की थी। पिछले साल भारत के 39वें सबसे अमीर व्यक्ति थे। 2021 में उन्हें भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
वित्त वर्ष 2023 में ₹2,836 करोड़ का मुनाफा
सॉफ्टवेयर-एज-अ-सर्विस (SaaS) प्लेयर जोहो को वित्त वर्ष 2023 में 2,836 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। सालाना आधार पर इसमें 3% की बढ़ोतरी हुई थी। वित्त वर्ष 2022 में 2,749 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
इस दौरान रेवेन्यू की बात करें तो यह 8,703 करोड़ रुपए रहा। वित्त वर्ष 2022 में कंपनी ने 6,710.8 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। सालाना आधार पर इसमें 30% की बढ़ोतरी रही।
1996 में शुरू हुई थी जोहो
जोहो एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी है जो क्लाउड-बेस्ड बिजनेस एप्लिकेश एंड टूल्स का एक सेट प्रोवाइड करती है। कंपनी की स्थापना 1996 में श्रीधर वेम्बू और टोनी थॉमस ने की थी और इसका मुख्यालय चेन्नई में है। कंपनी प्रोडक्ट्स और सर्विसेज का एक सेट प्रोवाइड करती है, जो अलग-अलग जरूरतों को पूरा करते हैं।