10 दिसंबर और उसके बाद 14 जनवरी से शुरू होने वाले शादी-विवाह के सीजन और जनवरी अंत में प्रयागराज कुंभ के चलते ट्रेनों में अभी से वेटिंग मिलने लगी है। खासतौर पर लंबी दूरी की ट्रेनों में वेटिंग शुरू हो चुकी है। शताब्दी और वंदे भारत जरूर ऐसी ट्रेनें हैं, जिनमें दिल्ली तरफ आवागमन करने के लिए पर्याप्त संख्या में सीटें उपलब्ध हैं।
जिन ट्रेनों में विवाह सीजन और कुंभ के लिए सीटें बची हैं, उनकी संख्या काफी कम है। सीनियर डीसीएम सौरभ कटारिया का कहना है कि लगातार स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। कुंभ के लिए भी अलग से कुछ गाड़ियां चलाने का प्रस्ताव है।
इनमें सीटें उपलब्ध
शताब्दी और वंदे भारत में दिसंबर और जनवरी में 300 से 400 के बीच सीटें चेयरकार श्रेणी में हर दिन उपलब्ध हैं। हालांकि इनका किराया अन्य ट्रेनों के मुकाबले डेढ़ से दो गुना तक लग रहा है। इनके अलावा अमृतसर, कुशीनगर सहित वर्तमान में चलाई जा रही कुछ स्पेशल ट्रेनों में भी फिलहाल दिसंबर अंत तक बर्थ उपलब्ध हैं।
कुंभ के लिए स्पेशल ट्रेन
हालांकि रेल अधिकारियों का दावा है कि प्रयागराज कुंभ के लिए भोपाल मंडल सहित पश्चिम-मध्य रेल जोन के जबलपुर मंडल से एक-एक स्पेशल ट्रेन चलाए जाने की उम्मीद है। निशातपुरा स्थित कोच फैक्ट्री में 50 कोच का निर्माण कुंभ स्पेशल ट्रेनों के लिए चल रहा है।