लाड़ली बहनों को नवंबर में बढ़ी हुई राशि देने से पहले मोहन सरकार ने फिर से बाजार से 4000 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। 15 दिन के भीतर दूसरी बार मंगलवार को लिए गए कर्ज की राशि का भुगतान आज होगा। मंगलवार को किए गए ऑक्सन के बाद सरकार ने 1500-1500 करोड़ रुपए के दो कर्ज और 1000 करोड़ का एक अन्य कर्ज लिया है।
यह कर्ज 16 साल, 22 साल और 19 साल की के लिए है, जिनका कूपन रेट पर ब्याज भुगतान सालभर में दो बार (छह-छह माह में) किया जाएगा। सरकार द्वारा लिए गए इस लोन के बाद चालू वित्त वर्ष में कुल कर्ज 46600 करोड़ का हो गया है। इसके पहले 28 अक्टूबर को 5200 करोड़ के तीन कर्ज लिए गए थे। तब कर्ज की 2700 करोड़ की पहली राशि 21 साल, 2500 करोड़ की दूसरी राशि 22 साल के लिए ली गई थी।
सरकार का कहना है कि केंद्र सरकार ने आरबीआई के माध्यम से लिए जाने वाले कर्ज की यह राशि कैपिटल एक्सपेंडिचर ऑन प्रोडक्टिव स्कीम के लिए मंजूर की है। ये स्कीम सिंचाई परियोजनाएं, सिंचाई और पावर प्रोजेक्ट्स, कम्युनिटी डेवलपमेंट्स प्रोजेक्ट्स आदि रूपों में संचालित हैं।
सरकार पर आएगा 316 करोड़ का अतिरिक्त भार
सरकार आज लाड़ली बहनों के खातों में 1857 करोड़ रुपए जमा करेगी। इसके पहले अक्टूबर में 1541 करोड़ रुपए बहनों के खातों में भेजे थे। इस माह से 250 रुपए बढ़ाकर 1500 रुपए की किश्त दी जा रही है। जिस कारण सरकार पर 316 करोड़ का अतिरिक्त भार आएगा।
एक अक्टूबर को लिया था 3000 करोड़ का कर्ज
सरकार ने दशहरा पर्व के पहले एक अक्टूबर को 3000 करोड़ का कर्ज लिया था। सरकार ने 30 सितंबर को इसके लिए ऑक्सन किया था जो सितंबर में लिया गया तीसरा कर्ज था। इसके पूर्व 9 सितंबर को 4000 करोड़ के तीन कर्ज लिए थे। जबकि 23 सितंबर को 1500-1500 करोड़ के दो कर्ज लिए। मंगलवार को लिए गए कर्ज के बाद एमपी सरकार पर मौजूदा कर्ज 4,64,340 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा।
कर्ज लेने की लिमिट बरकरार
सरकार ने अपनी रेवेन्यू को लेकर कहा है कि वित्त वर्ष 2023-24 में सरकार 12487.78 करोड़ के रेवेन्यू सरप्लस में थी। इसमें आमदनी 234026.05 करोड़ और खर्च 221538.27 करोड़ रहा। इसके विपरीत वित्त वर्ष 2024-25 में प्रदेश सरकार की रिवाइज्ड आमदनी 262009.01 करोड़ और खर्च 260983.10 करोड़ बताया है। इस तरह पिछले वित्त वर्ष में भी सरकार की आय 1025.91 करोड़ सरप्लस बताई गई है, जो भी कर्ज लिया जा रहा है वह लोन की लिमिट के भीतर है।
अप्रैल के बाद ये कर्ज भी लिए
- 8 जुलाई को 2500 और 2300 करोड़ रुपए के दो कर्ज लिए थे। दोनों ही कर्ज 16 साल और 18 साल के लिए आरबीआई के माध्यम से लिए, जिसका भुगतान सालभर में दो बार कूपन रेट के जरिए ब्याज के रूप में किया जाएगा।
- आरबीआई के माध्यम से 2 लोन 4 जून को लिए। पहला लोन 16 साल के लिए 2000 करोड़ रुपए का था। सरकार ब्याज के साथ इसकी अदायगी 4 जून 2041 तक करेगी। दूसरा लोन 18 साल के लिए 2500 करोड़ रुपए का था। यह 4 जून 2043 तक ब्याज के साथ चुकाया जाएगा।
- सरकार ने चालू वित्त वर्ष का पहला कर्ज 7 मई को लिया था। इस दिन दो कर्ज ढाई-ढाई हजार करोड़ रुपए के लिए थे। मई में ढाई हजार करोड़ का पहला कर्ज 12 साल के लिए लिया था, जिसका ब्याज सात मई 2037 तक चुकाना है। इसी तरह ढाई हजार करोड़ रुपए का दूसरा कर्ज 7 मई को ही 14 साल के लिए लिया है, जिसकी भरपाई सात मई 2039 तक ब्याज के रूप में होगी।