गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। मरवाही वनमंडल के भाड़ी गांव की डोंगरी में एक साल बाद फिर से दुर्लभ सफेद भालू दिखाई दिया है, जिसे देखने के लिए आसपास के ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। भाड़ी गांव के डोंगरी जंगल में नजर आए इस सफेद भालू ने वन्यजीव प्रेमियों और ग्रामीणों में उत्सुकता और खुशी दोनों पैदा कर दी। वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार, मरवाही में मिलने वाला यह सफेद भालू असल में स्लॉथ भालू है।
इसका सफेद रंग किसी बाहरी कारण से नहीं, बल्कि आनुवंशिक स्थिति एल्बेिनिज्म की वजह से है। एल्बेिनिज्म एक जन्मजात स्थिति है, जिसमें भालू के शरीर में मेलेनिन नामक पिगमेंट नहीं बन पाता। यही पिगमेंट त्वचा और बालों को रंग देता है। मेलेनिन की कमी के कारण इस स्लॉथ भालू के बाल और त्वचा सफेद दिखाई देते हैं।