बिशनखेड़ी में बन रहा देश का सबसे बड़ा इक्वेस्ट्रियन (घुड़सवारी अकादमी) इंडोर स्टेडियम मार्च तक तैयार हो जाएगा। इसकी लंबाई 100 मीटर और चौड़ाई 70 मीटर होगी। यह स्टेडियम इस लिहाज से खास है कि यहां घुड़सवारी से जुड़ी सभी प्रतियोगिताएं पूरे साल आयोजित की जा सकेंगी। बारिश और गर्मी के मौसम में अब कोई भी इवेंट रद्द नहीं होगा।
फिलहाल इस तरह की इंडोर सुविधा केवल दिल्ली, हैदराबाद और बेंगलुरु में है। लेकिन, इन इंडोर स्टेडियम (शो जंपिंग एरिना) में कुश्ती, जिम्नास्टिक समेत अन्य प्रतियोगिताएं होती हैं। भोपाल में बन रहा स्टेडियम सिर्फ घुड़सवारी के लिए है।
यूके से 4.5 करोड़ में आएंगे 3 हाई परफॉर्मर घोड़े
शो जंपिंग और ड्रेसाज इवेंट एक ही छत के नीचे
स्टेडियम में शो जंपिंग, ड्रेसाज और इवेंटिंग के लिए अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं होंगी। प्रैक्टिस के लिए सॉफ्ट राइडिंग फ्लोर, एरेना फेंसिंग, डिजिटल स्कोरिंग सिस्टम होगा।
आयरिश घोड़े क्यों बेहतर
आयरिश हॉर्स की छाती गहरी और पिछला हिस्सा मजबूत होता है, जो जंपिंग के लिए उपयुक्त माना जाता है। ये घोड़े तेजी से सीखने और राइडर के साथ तालमेल बैठाने के लिए भी प्रसिद्ध हैं।
अकादमी में अभी 31 घोड़े
दिसंबर अंत तक यूके से 3 हाई परफॉर्मेंस आयरिश स्पोर्ट हॉर्स लाए जाएंगे। इन्हें एशियन गेम्स 2026 के लिए खरीदा जाएगा। एक घोड़े की कीमत 1.5 करोड़ है। अकादमी में 31 घोड़े हैं।
इंडोर स्टेडियम मार्च तक तैयार हो जाएगा। इससे खिलाड़ियों को पूरे साल अभ्यास की सुविधा मिलेगी। अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं भी पूरे साल कराई जा सकेंगी।
-कै. भागीरथ, कोच, इक्वेस्ट्रियन अकादमी
यूके से तीन प्रशिक्षित घोड़े लाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। इनके आने से अकादमी के खिलाड़ियों को अभ्यास में सीधा लाभ मिलेगा।
-बीएस यादव, संयुक्त संचालक, खेल विभाग