बिलासपुर में महिलाओं-बच्चों का ब्रेनवॉश करने का आरोप:मकान में चल रही प्रार्थना-सभा में हिंदूवादी संगठनों का हंगामा

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में धर्मांतरण को लेकर एक बार फिर बवाल हुआ है। 12 नवंबर को यहां धर्मांतरण के 2 अलग-अलग मामले सामने आए है। हिंदूवादी संगठनों ने SECL के ड्राइवर पर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया है। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया। मामला पचपेड़ी थाना क्षेत्र का है।

पहला मामला सरकंडा क्षेत्र के वसंत विहार कॉलोनी का है। जहां एक मकान में महिला, पुरुष और बच्चे मौजूद थे, वहां ड्राइवर हिंदू देवी-देवताओं को शैतान बताकर उनका ब्रेनवॉश कर रहा था।

दूसरे मामला जिले के पचपेड़ी थाना क्षेत्र के कुकुर्दीखुर्द गांव का है। जहां के एक मकान में प्रार्थना सभा में हिंदू महिलाओं और बच्चों को बरगलाया जा रहा था। पुलिस ने दोनों मामलों में ड्राइवर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

हिंदू धर्म के बारे में गुमराह करने का आरोप

जानकारी के मुताबिक, बसंत विहार कॉलोनी निवासी राजेंद्र खरे SECL में ड्राइवर है। हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को जानकारी मिली कि राजेंद्र खरे 12 नवंबर की शाम अपने घर पर प्रार्थना सभा आयोजित की है। जहां हिंदुओं को बुलाकर उनका ब्रेनवॉश किया जा रहा है।

खबर मिलते ही हिंदूवादी संगठन के लोग वहां पहुंच गए। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को बुला लिया। यहां बहतराई और खमतराई के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाएं और पुरुषों को बुलाया गया था, जिसमें 7 से 8 बच्चे भी शामिल थे। आरोप है कि सभा के दौरान उन्हें हिंदू धर्म के बारे में गुमराह कर उनका ब्रेनवॉश किया जा रहा था।

हिंदू देवी-देवताओं को बोला शैतान

हिंदू संगठन के छत्रपाल साहू ने पुलिस को बताया कि वो खिड़की से झांक कर देखा तब, राजेंद्र खरे करीब 10 से 12 महिला-पुरुषों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित कर रहा था। कमरे में हिंदू देवी-देवताओं को शैतान बताते हुए वह सभी को विश्वासी कह रहा था।

सूचना पर हिंदू संगठन और पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने क्वार्टर से SECL के ड्राइवर राजेंद्र खरे को थाने लाकर पूछताछ की। जिसके बाद छत्रपाल साहू की रिपोर्ट पर पुलिस ने SECL कर्मचारी राजेंद्र के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।

कुकुर्दीखुर्द गांव में प्रार्थना सभा, केस दर्ज

इसी तरह पचपेड़ी थाना क्षेत्र के कुकुर्दीखुर्द गांव में संजय डांडेकर के घर पर ईसाई धर्म की प्रार्थना सभा आयोजित की जा रही थी। हिन्दू संगठनों को सूचना मिली कि इस सभा में बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद हैं और वहां संजय डांडेकर और रिरिक लहसकर लोगों को प्रलोभन देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। सूचना पर हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और पुलिस को खबर दी।

हिंदू महिलाओं व बच्चों के हाथ में थमाया बाइबिल

कुकुर्दीखुर्द गांव में मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि कई महिला, पुरुष और बच्चे बाइबिल और ईसाई धर्म के साहित्य के साथ प्रार्थना कर रहे थे। इस दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया और हंगामे की स्थिति बन गई।

हालांकि, पुलिस ने हस्तक्षेप कर प्रार्थना सभा को बंद कराया। जिसके बाद हिन्दू संगठन के नारायण पटेल की शिकायत पर पुलिस ने संजय डांडेकर और रिरिक लहसकर के खिलाफ धारा 299 और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है। साथ ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।

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