भोपाल। नगर निगम की बुधवार को हुई टाइम-लिमिट (टीएल) बैठक एक बार फिर इंजीनियरों की लापरवाही के मुद्दों से घिर गई। बैठक की शुरुआत में निगमायुक्त संस्कृति जैन ने डिप्टी सिटी इंजीनियरों से पूर्व में दिए गए निर्देशों की स्थिति रिपोर्ट मांगी, लेकिन कोई भी अपनी विधानसभा क्षेत्र में चल रहे कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं कर सका। इस पर निगमायुक्त ने नाराजगी जताई।आईएसबीटी स्थित नगर निगम मुख्यालय में हुई बैठक में अपर आयुक्त, सहायक आयुक्त, डिप्टी सिटी इंजीनियर और प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में आयुक्त ने पूर्व में जारी निर्देशों के क्रियान्वयन का फील्ड बैक लिया और कई खामियों की पहचान की। बैठक के अंत में स्पष्ट निर्देश दिए गए कि फील्ड रिपोर्ट समय पर दी जाए और स्वीकृत कार्यों को लंबित रखने पर कार्रवाई की जाएगी।
इंजीनियर को नहीं पता कौनसी रोड बननी है
बैठक के दौरान सबसे अधिक सवाल जोन 14 के डिप्टी सिटी इंजीनियर बृजेश कौशल से पूछे गए। आयुक्त ने सवाल किया कि वर्ष 2014 में स्वीकृत एक महत्वपूर्ण रोड का काम अब तक क्यों नहीं किया गया। साथ ही पूछा गया कि क्या उन्हें यह पता है कि यह रोड किस स्थान पर बननी है। इस पर बृजेश कौशल ने कोई जवाब नहीं दिया। सूत्रों के अनुसार, वे जोन 14 की कई महत्वपूर्ण फाइलें लंबे समय से अपनी कार में रखकर घूम रहे थे, जिसकी जानकारी पहले ही आयुक्त तक पहुंच चुकी थी।
कर्मचारी बढ़ने पर जताई हैरानी
वेतन फाइलों की जांच के दौरान आयु
क्त कर्मचारियों की संख्या बढ़े होने पर आश्चर्यचकित रह गईं। उन्होंने प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी राकेश शर्मा से पूछा कि कर्मचारियों की संख्या अचानक कैसे बढ़ गई। बताया गया कि कुछ फाइलों में नेताओं के करीबी लोगों के नाम शामिल किए गए थे। इस पर आयुक्त ने सभी जोनों के एएचओ को निर्देश दिए कि कर्मचारियों की उपस्थिति हाजिरी रजिस्टर में अनिवार्य रूप से दर्ज की जाए।