राजनांदगांव। सुशासन सप्ताह अंतर्गत प्रशासन गांव की ओर अभियान के तहत आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में तत्कालीन कलेक्टर अशोक अग्रवाल ने सभी अधिकारियों को मार्गदर्शन दिया। अशोक अग्रवाल ने कहा कि राजनांदगांव जिले में टीम वर्क में उम्दा कार्य हो रहे हंै। उन्होंने कहा कि सुशासन सप्ताह में शासन की योजनाओं का लाभ जनसामान्य को अधिक से अधिक मिले। उन्होंने जल जीवन मिशन अंतर्गत जल संचय के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार मिलने पर कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव जिले में टीम वर्क एवं जनसहभागिता से कार्य करने की परिपाटी रही है। उन्होंने राजनांदगांव जिले में कलेक्टर रहते हुए अपने समय के अनुभव साझा किए। उन्होंने जिले में चलाई जा रही त्रिनेत्र योजना की प्रशंसा की और कहा कि अपराध पर शिकंजा कसने के लिए एक अच्छी व्यवस्था की गई है। धान खरीदी के तहत जिले में अच्छा कार्य हो रहा है। जनमानस की बेहतरी के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्धतापूर्वक, पारदर्शिता, जवाबदेही के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं के अंतर्गत पोर्टल में योजनाओं से संबंधित जानकारी अपडेट करते रहे। जिससे सूचना के अधिकार के तहत आवेदन कम होंगे तथा समय की बचत होगी। सभी को समय पर जानकारी प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव जिला महत्वपूर्ण जिला है। शासन की सोच के अनुरूप आम जनता की बेहतरी के लिए लगातार कार्य होना चाहिए। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में शिविरों के माध्यम से समस्याओं का निराकरण होते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि टीम वर्क में जब कोई कार्य होता है, तो कोई कार्य असंभव नहीं है। आम जनता के हित में इसके अच्छे परिणाम प्राप्त होते है। उन्होंने जिले में चलाए जा रहे पो_ लईका पहल अभियान की प्रशंसा की। इस अवसर पर उन्होंने उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्मानित किया।
कलेक्टर जितेन्द्र यादव ने कहा कि निवर्तमान कलेक्टर अशोक अग्रवाल ने राजनांदगांव जिले में समन्वय के साथ बहुत अच्छा कार्य किया। महिला स्वसहायता समूह को उन्होंने नई दिशा प्रदान की। उनके मार्गदर्शन में जिले में बेहतरीन कार्य करने के लिए सभी को प्रेरणा मिली है। दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिविरों में जनसामान्य की समस्याओं का संवेदनशीलतापूर्वक निराकरण करें। जनमानस बहुत उम्मीद लेकर अपनी शिकायतें एवं आवेदन देते हंै, उसका निराकरण यथाशीघ्र करें। हमारी यह कोशिश होना चाहिए कि समय पर न्योचित कार्य हो सके। उन्होंने कहा कि हमारी यह कोशिश रहेगी की ज्यादा से ज्यादा ग्रामों तक पहुंचकर शिविरों में समस्याओं का समाधान हो सके। कलेक्टर ने बताया कि मनरेगा के अंतर्गत श्रमिकों को राशि का भुगतान डीबीटी के माध्यम से किया जा रहा है और आधार से ई-केवायसी किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिससे ग्राम पंचायतों में अनिवार्य टैक्स जमा करना सरल हो गया है। उन्होंने बताया कि जिले में आयुष्मान कार्ड में राजनांदगांव जिला प्रथम स्थान पर है। कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए पो_ लईका अभियान चलाया गया है। पोषण पुर्नवास केन्द्र के माध्यम से बच्चों के स्वास्थ्य एवं पौष्टिक आहार की मानिटरिंग कर रहे है। उन्होंने कहा कि इसका प्रभाव एवं परिणाम आने वाले वर्षों में दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिले में व्यापक तौर पर कार्य किए गए हैं तथा सर्वे का कार्य पूर्ण हुआ है। तकनीक की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका रही है और विगत वर्षों की अपेक्षाकृत प्रधानमंत्री आवास योजना के निर्माण में गति आयी है। उन्होंने बताया कि मिशन जल रक्षा के तहत लगभग 1 लाख से अधिक महिलाओं को जोड़ा गया है। सामूहिक प्रयासों से सेमी क्रिटिकल जोन से डोंगरगढ़ में कमी आई है तथा अपेक्षित परिणाम प्राप्त हुए है और इसके लिए जिले में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, जो उनके स्वीकार्य भाव को दर्शाती है। रबी सीजन में धान के बदले अन्य फसलों को लेने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिसका प्रभाव दिखाई दे रहा है। उन्होंने बताया कि हाईरिस्क वाली गर्भवती महिलाओं को डोर-टू-डोर जाकर मानिटरिंग की जा रही है तथा उनके उपचार एवं दवाई की मानिटरिंग की जा रही है। उन्होंने फूड सेफ्टी, उद्यानों के रखरखाव, नालंदा परिसर में लाइब्रेरी सहित जिले के अन्य कार्यों के संबंध में जानकारी दी।