बिलासपुर, छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट जा सकते है। ऐसे में अग्रिम जमानत का विरोध करने की तैयारी भी चल रही है। इसके लिए हाईकोर्ट में कैविएट लगाया गया है। जिसमें कैविएटर ने कहा है कि अमित बघेल को किसी भी तरह से अंतरिम राहत देने से पहले उनका पक्ष भी सुना जाए।
दरअसल, रायपुर पुलिस ने अमित बघेल पर 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। इसके साथ ही पुलिस अमित बघेल की तलाश में लगातार अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है।
हालांकि, अभी अमित पुलिस पकड़ से बाहर है। यही वजह है कि पुलिस ने उसकी जानकारी देने पर पांच हजार रुपए इनाम की घोषणा की है। पुलिस के मुताबिक अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए अमित बघेल अपने परिचित के घरों में छिप रहा है। पुलिस का दावा है कि अमित बघेल को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाने की आशंका
इधर, पुलिस की सरगर्मी से तलाश के बीच अमित बघेल राहत के लिए हाईकोर्ट की शरण में जा सकते है। इस तरह की आशंकाओं के बीच बिलासपुर के अजय सिदारा ने हाईकोर्ट में कैविएट लगाया है। इसमें कहा है कि आशंका है कि अमित बघेल अग्रिम जमानत के लिए अंतरिम राहत मांग सकते है।
ऐसे में उन्होंने कैविएट लगाकर कोर्ट से आग्रह किया है कि उसकी अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई से पहले कैविएटर को याचिका की एक प्रति उपलब्ध कराई जाए। साथ ही किसी तरह से राहत देने से पहले कैविएटर का भी पक्ष सुना जाए।
प्रदेश भर में हो रही गिरफ्तारी की मांग
बता दें कि अमित बघेल के खिलाफ प्रदेश के अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन हो रहा है। जिसमें उनकी गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। लगातार विरोध प्रदर्शन के बाद अब पुलिस भी अलर्ट हो गई है। साथ ही अमित की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग जगहों पर तलाश में जुटी हुई हैं।
छत्तीसगढ़ के साथ ही दूसरे राज्यों में भी एफआईआर
अमित बघेल के खिलाफ रायपुर के अलावा छत्तीसगढ़ और देश के अलग-अलग थानों में FIR दर्ज है। इनमें रायपुर, दुर्ग, धमतरी, इंदौर, ग्वालियर, नोएडा, महाराष्ट्र और प्रयागराज शामिल है। अग्रवाल समाज और सिंधी समाज ने रायपुर के अलग-अलग थानों में FIR दर्ज कराई है।
अमित बघेल के बयान पर क्यों मचा बवाल ?
दरअसल, 26 अक्टूबर को रायपुर के VIP चौक पर छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति से तोड़फोड़ की गई। अगले दिन 27 अक्टूबर को छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना मौके पर पहुंची और जमकर हंगामा किया।
इस दौरान अध्यक्ष अमित बघेल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अग्रसेन महाराज के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। अमित ने कहा था कि कौन है अग्रसेन महराज। चोर है या झूठा है। पाकिस्तानी सिंधी क्या जानते हैं। मछली वाले भगवान के बारे में। उन्होंने हमारी छत्तीसगढ़ी महतारी के गर्दन को काटकर अपमान किया है।
अमित बघेल की इसी आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद देशभर में अग्रवाल समाज और सिंधी समाज भड़क उठा। रायपुर, रायगढ़ और सरगुजा समेत कई जिलों में समाज के लोगों ने विरोध जताते हुए FIR दर्ज करने की मांग की थी।