टोंक में फिर हुआ थप्पड़ कांड, तहसीलदार के सामने भिड़े दो पटवारी, जड़ दिया करारा तमाचा

टोंक: राजस्थान के टोंक में एक बार फिर थप्पड़ कांड चर्चा में है, लेकिन इस बार यह थप्पड़ कांड दो पटवारी के बीच में हुआ है, वह भी तहसीलदार के कार्यालय में। इस दौरान एक दस्तावेज में गलती को सुधारने के लिए दो पटवारी के बीच विवाद हो गया। इस पर एक पटवारी ने देवली तहसीलदार के सामने ही दूसरे पटवारी के थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना से तहसील कार्यालय में हड़कंप मच गया। बाद में यह मामला पुलिस थाने पहुंच गया। पीड़ित ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। इधर, यह घटना काफी चर्चा में है।

दस्तावेज में सुधार करने को लेकर हुआ विवाद

हैरान करने वाली यह घटना टोंक जिले के देवली से सामने आई है, जहां मंगलवार शाम करीब सवा बजे देवली तहसीलदार के सामने ही मर्यादा को तार-तार कर दिया गया। घटना के संबंध में चांदली पटवारी धर्मपाल खोरवाल ने देवली थाने में अपने साथी पटवारी देवली गांव के पटवारी किशन गर्ग के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें बताया कि पटवारी धर्मपाल खोरवाल शुद्धि पत्र की एप्लीकेशन लेकर तहसीलदार के कक्ष में पहुंचे थे, जहां अतिरिक्त ऑफिस कानूनगो और पटवारी किशन गर्ग पहले से मौजूद थे। बताया गया है कि तहसीलदार ने शुद्धि पत्र के लिए मना कर दिया। इसके बाद प्रार्थी धर्मपाल खोरवाल ने सभी के लिए किए जाने के आधार पर स्वयं का भी शुद्धि पत्र किए जाने का आग्रह किया। इस पर पटवारी किशन गर्ग ने शुद्धि पत्र के लिए राशि जमा करने को कहा। साथ ही किशन गर्ग ने आक्रोशित होकर धर्मपाल खोरवाल के चांटा जड़ दिया। धर्मपाल खोरवाल ने पटवारी गर्ग पर मारपीट और गाली गलौज का भी आरोप लगाया है।

तहसील कार्यालय में मच गया हडकंप

इधर, घटना के बाद करीब आधा दर्जन से अधिक पटवारी एकत्रित हो गए और उन्होंने इस घटना का विरोध किया। बाद में पीड़ित पटवारी धर्मपाल खोरवाल ने मंगलवार शाम को ही देवली थाने में लिखित रिपोर्ट दी। जिसके बाद पुलिस ने धर्मपाल का मेडिकल कराया। वहीं, यह प्रकरण एससी, एसटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया है, इसलिए अब मामले की जांच देवली पुलिस उपाधीक्षक राम सिंह करेंगे।

गलत प्रचारित किया जा रहा है मामला

इधर, पटवारी किशन गर्ग का कहना है कि दूसरा पक्ष उनके विरुद्ध गलत जानकारी प्रचारित कर रहा है और मारपीट नहीं हुई है। उन्होंने इसे आपस के स्टाफ का मामला बताया और दावा किया कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। जानकारी के अनुसार, शुद्धि पत्र को लेकर तहसीलदार के सामने ही दोनों पटवारी आपस में भिड़ गए और अन्य कर्मचारियों के बीच-बचाव करने व कुछ समझते इससे पहले ही उनमें विवाद हो गया।

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