धनबाद में ईडी की रेड, डेको आउटसोर्सिंग कंपनी के ठिकानों पर बड़ी छापेमारी

धनबाद: झारखंड में एक बार फिर से ईडी की छापेमारी से हलचल मच गई है। ईडी की टीम ने धनबाद के कारोबारी मनोज अग्रवाल के ठिकानों पर छापा मारा है। वहीं ईडी की टीम ने डेको आउटसोर्सिंग कंपनी के ठिकानों पर भी रेड की है। बताया जा रहा है कि ये छापेमारी अवैध संपत्ति से जुड़े मामले में की गई है।

इन जगहों पर पड़ा छापा

इस छापेमारी के दौरान ईडी की टीम धनसार में कोयला आउटसोर्सिंग कंपनी डेको के ऑफिस, इसके मालिक मनोज अग्रवार के घर और कंपनी के कार्यालय, मालिक मनोज अग्रवाल का घर और कंपनी के डायरेक्टर एएन झा के घर पहुंची। ईडी की टीम ने वहां पर मौजूद दस्तावेजों और रिकॉर्ड को खंगाला। ईडी की इस कार्रवाई को हाल ही में 21 नवंबर को धनबाद और पश्चिम बंगाल में चलाए गए अभियान से जोड़ कर देखा जा रहा है। तब भी कोयला कारोबारियों के घरों और दफ्तरों की तलाशी ली गई थी।

ऐसे मारी ईडी ने रेड

प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने शुक्रवार सुबह धनबाद के प्रमुख कोयला कारोबारी मनोज अग्रवाल के दो प्रमुख ठिकानों पर छापेमारी की। सदर थाना अंतर्गत मेमको मोड़ के पास स्थित उनके ट्रिनिटी गार्डन फ्लैट और धनसार स्थित कार्यालय पर सुबह करीब 7:30 बजे कार्रवाई शुरू हुई।ईडी की टीम के साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों ने दोनों जगहों को पूरी तरह घेर लिया। अधिकारियों ने कागजातों, दस्तावेजों और डिजिटल रिकॉर्ड की तलाशी ली

कोयला घोटाले को लेकर छापा

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह छापा कोयला घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों से संबंधित हो सकता है। बता दें कि पिछले महीने ईडी ने धनबाद में अवैध कोयला कारोबारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी, जिसमें करीब 18 जगहों पर छापे मारे गए थे। उस अभियान में भी मनोज अग्रवाल के नाम का जिक्र सामने आया था। आज की कार्रवाई उसी जांच का हिस्सा मानी जा रही है। फिलहाल ईडी की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

ईडी की इस कार्रवाई से धनबाद जिले के अवैध कोयला कारोबारियों में हड़कंप

पिछले महीने नवंबर में ईडी की टीम ने धनबाद के 18 स्थान पर छापेमारी की थी। हालांकि इस छापेमारी के दो-तीन दिन बाद ही अवैध कोयला कारोबारी फिर से सक्रिय हो गए थे और कोयले के अवैध उत्खनन और परिचालन के काम में लग गए थे। लेकिन ईडी की शुक्रवार की की कार्रवाई से जिले के बड़े-छोटे और मंझले किस्म के अवैध कोयला कारोबारियों में हड़कंप मचा है। इन अवैध कारोबारियों को अब यह डर सताने लगा है कि कहीं उनके ठिकानों पर ईडी दबिश न दे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई अवैध कोयला कारोबारी इस समय अंडरग्राउंड हो गए हैं।

Spread the love