नई दिल्ली: दुनिया के सबसे बड़े रईस एलन मस्क को कोर्ट में बड़ी जीत मिली है। डेलावेयर सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐसे फैसले को पलट दिया, जिसने उन्हें टेस्ला द्वारा 2018 में दिए गए 55 अरब डॉलर के वेतन पैकेज से वंचित कर दिया था। मस्क को यह पैकेज एक प्रोत्साहन के रूप में दिया गया था क्योंकि वह टेस्ला को नई ऊंचाई पर ले गए थे। यह पैकेज 2018 में एक कोर्ट ने इस पैकेज को रिजेक्ट कर दिया था। इस फैसले से मस्क इतने आहत हुए कि उन्होंने डेलावेयर को छोड़ने और टेस्ला को टेक्सस में फिर से पंजीकृत करने का फैसला किया।
अपने 49 पन्नों के फैसले में डेलावेयर सुप्रीम कोर्ट ने 2024 के फैसले में कई त्रुटियों का हवाला दिया और कहा कि 2018 के वेतन पैकेज को बहाल किया जाना चाहिए। 2018 में टेस्ला ने मस्क को एक बड़ा बोनस देने का फैसला किया था, जो कंपनी के प्रदर्शन से जुड़ा था। लेकिन कुछ शेयरधारकों को यह पैकेज ठीक नहीं लगा। उन्हें लगा कि यह बहुत ज्यादा है और बोर्ड मस्क के इशारों पर चल रहा था। उन्होंने कोर्ट में केस कर दिया। 2024 में, डेलावेयर की एक अदालत ने फैसला सुनाया कि यह पैकेज ठीक नहीं था और इसे रद्द कर दिया गया। इससे मस्क को वह पैसा नहीं मिला। आज उसकी वैल्यू 139 अरब डॉलर होती।