कोरबा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में इस वर्ष धान खरीदी तिहार उत्साहपूर्ण और सुचारू व्यवस्था के साथ जारी है। राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा किए गए उत्कृष्ट प्रबंधन के कारण अन्नदाताओं को बिना किसी परेशानी के अपनी उपज का विक्रय करने की सुविधा मिल रही है। जिले के सभी उपार्जन केंद्रों में पारदर्शी, समयबद्ध और किसान हितैषी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
इसी क्रम में आज कोरबा जिले के कथरीमाल निवासी कृषक भागीरथी कैवर्त कनकी स्थित धान उपार्जन केंद्र पहुंचे। उन्होंने 105 क्विंटल 60 किलोग्राम धान विक्रय के लिए लाया। कैवर्त लगभग 5 से 6 एकड़ में खेती करते हैं। उन्होंने बताया कि टोकन तुंहर हाथ ऐप की सुविधा ने इस वर्ष धान बेचने की प्रक्रिया को और भी सरल बना दिया है। ऐप के माध्यम से उन्होंने घर बैठे ही ऑनलाइन टोकन प्राप्त कर लिया, जिससे केंद्र में लाइन लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ी।
कैवर्त ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया कि पिछले वर्ष उन्होंने लगभग 100 क्विंटल धान का विक्रय किया था, जबकि इस वर्ष बेहतर उपज होने के कारण वे ज्यादा मात्रा लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों के लिए निर्धारित सर्वोच्च समर्थन मूल्य अत्यंत लाभकारी है, जिससे सभी किसान संतुष्ट और उत्साहित हैं। साथ ही कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत मिलने वाली अंतर राशि समय पर उनके बैंक खातों में जमा हो जाती है, जिससे किसी भी प्रकार की आर्थिक असुविधा का सामना नहीं करना पड़ता। उन्होंने आगे बताया कि धान को उपार्जन केंद्र तक लाने से लेकर अंतिम भुगतान तक की पूरी प्रक्रिया सहज और व्यवस्थित है। पहले जिन समस्याओं का सामना किसानों को करना पड़ता था, वे अब पूरी तरह समाप्त हो गई हैं। जिला प्रशासन कोरबा द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ समय पर और प्रभावी तरीके से सुनिश्चित की गई हैं, जिसके परिणामस्वरूप किसान बिना किसी परेशानी के धान बेचकर सीधे अपने घर लौट पा रहे हैं।
कैवर्त ने कहा विष्णु सरकार किसानों को प्राथमिकता में रखकर लगातार हमारी उन्नति के लिए काम कर रही है। व्यवस्थाएं सरल हुई हैं, सुविधाएं बढ़ी हैं और हम किसानों को सम्मान मिला है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और जिला प्रशासन कोरबा का हृदय से धन्यवाद देता हूं।