45 लाख के घोटाले में कार्यपालन अभियंता समेत चार पर गिरी गाज

जबलपुर। मप्र पावर जनरेटिंग कंपनी की श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना दोंगलिया (खंडवा) में मटेरियल सप्लाई में घोटाला हुआ था। सप्लाई करने वाली कंपनी ने 45 लाख रुपये कीमत के उपकरण की जगह कबाड़ बाक्स में भरकर भेज दिया था। कंपनी की जांच में भी यह साबित हो चुका है, जिसके बाद प्रबंधन ने इस मामले में कार्यपालन अभियंता समेत चार को निलंबित कर दिया है।

 

मामले में आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं करवाया

कंपनी की पूरी कार्रवाई में मामले में अहम जिम्मेदारों को नजरअंदाज किया गया है जिस वजह से प्रबंधन की नियत पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इतना ही नहीं घोटाला साबित होने के बाद भी मामले में आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं करवाया गया है।

मुख्यालय से एक चार सदस्यों की समिति गठित

बिजली कंपनी श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना में की गई मटेरियल सप्लाई के बाक्स में स्क्रेप मिला था। पावर जनरेटिंग कंपनी ने इस बात को गंभीर मानते हुए त्वरित रूप से जांच करने के लिए मुख्यालय जबलपुर से एक चार सदस्यों की एक समिति गठित की।

प्राथमिक जांच कर रिपोर्ट कंपनी प्रबंधन को सौंपी

समिति ने श्री सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना में जा कर प्राथमिक जांच कर अपनी रिपोर्ट कंपनी प्रबंधन को सौंपी।जिसके आधार पर कंपनी ने कार्यपालन अभियंता रामराज पटेल, अनुज विश्वकर्मा सहायक अभियंता सर्विसेज, अरूण विश्वकर्मा सहायक अभियंता स्टोर और सुरक्षा कर्मचारी मुकेश घिघोड़े को निलंबित कर दिया है।

सप्लाई करने वाली कंपनी के विरूद्ध कार्रवाई

कंपनी प्रबंधन द्वारा विस्तृत जांच रिपोर्ट के आधार पर मटेरियल सप्लाई करने वाली फर्म मेसर्स क्रिशिव पावर बिरसिंगपुर के विरूद्ध कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई। इसके अलावा मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कम्पनी द्वारा फर्म को किए गए आदेशों के परिपालन को तुरंत प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है।

पहले ही तबादला, आपराधिक मामला क्यों दर्ज नहीं करवाया

जिस ताप गृह में यह उपकरण की फर्जी सप्लाई हुई थी उसमें अतिरिक्त मुख्य अभियंता राजेंद्र साहू को जांच रिपोर्ट के अमल में आने के एक दिन पहले ही सिंगाजी ताप विद्युत गृह से बिरसिंहपुर के संजय गांधी ताप विद्युत गृह में अतिरिक्त मुख्य अभियंता पदस्थ किया गया है। घोटाला साबित होने के बाद भी कंपनी ने इस प्रकरण में आपराधिक मामला क्यों दर्ज नहीं करवाया।

सभी के विरुद्ध होगी कड़ी कार्रवाई

पावर जनरेटिंग कम्पनी के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह ने कहा कि कंपनी को नुकसान पहुंचाने वाले अभियंताओं, कर्मचारियों, सप्लायर व ठेकेदारों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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