नई दिल्ली: चार दिन की गिरावट के बाद आज शेयर बाजार में अच्छी तेजी दिख रही है। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स में 500 अंक से अधिक तेजी आई जबकि निफ्टी 25,950 अंक के पार पहुंच गया। बाजार के सभी सेक्टर हरे निशान में थे। सुबह 10 बजे 498.69 अंक यानी 0.59% तेजी के साथ 84,980.50 अंक पर था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी50 इंडेक्स 141.50 अंक यानी 0.55% तेजी के साथ 25,957.05 अंक पर ट्रेड कर रहा था। इस हफ्ते पहली बार शेयर बाजार में तेजी आई है।
सेंसेक्स के शेयरों में टाटा मोटर्स पीवी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, बीईएल, इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, ईटरनल और टीसीएस के शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी आई। ये शेयर 1.78 प्रतिशत तक बढ़े। दूसरी ओर टेक महिंद्रा और एचसीएल टेक के शेयर शुरुआती कारोबार में नीचे गिर गए। आज बाजार में आई इस तेजी के पीछे कई खास वजहें थीं। आइए जानते हैं:
अमेरिका में महंगाई
अमेरिका में महंगाई में थोड़ी नरमी आई है। इस रिपोर्ट ने बाजार में यह उम्मीद बढ़ा दी कि अगले साल अमेरिका का फेडरल रिजर्व अपनी नीतियों में नरमी ला सकता है। यानी ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। अमेरिका में नवंबर में महंगाई दर उम्मीद से कम बढ़ी। हालांकि, श्रम विभाग के ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिक्स ने सीपीआई में बदलाव की जानकारी नहीं दी। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 43 दिनों तक चले शटडाउन के कारण अक्टूबर के आंकड़े इकट्ठा नहीं हो पाए थे।
दुनिया भर के बाजारों में तेजी
भारतीय शेयर बाजार ने भी एशिया के दूसरे बाज़ारों और अमेरिकी शेयर बाजार में आई तेजी का अनुसरण किया। शुक्रवार को एशियाई शेयर बाजारों में भी उछाल देखा गया। इसकी वजह अमेरिकी बाजारों में आई तेजी थी। गुरुवार को वॉल स्ट्रीट के मुख्य सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए थे। इसकी वजह अमेरिका की महंगाई रिपोर्ट का नरम आना था, जिससे फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ गईं। साथ ही, चिप बनाने वाली कंपनी माइक्रोन के शानदार नतीजों के अनुमान ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़ी मजबूत मांग का भी संकेत दिया।
एफआईआई बने खरीदार
संस्थागत निवेशकों की बात करें तो, विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार दूसरे दिन खरीदार बने। उन्होंने 18 दिसंबर को करीब 596 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने लगभग 2,700 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। जानकारों का कहना है कि एफआईआई ने पिछले दो दिनों से बिकवाली बंद कर दी है और यह बाजार के लिहाज़ से एक सकारात्मक बात है, लेकिन यह बाज़ार की दिशा में बड़े बदलाव का संकेत नहीं देता।’
रुपये में मजबूती
शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया मजबूत हुआ। कॉर्पोरेट डॉलर की आवक और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के कारण रुपया 24 पैसे बढ़कर 89.96 प्रति अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया। इससे पहले, मंगलवार को रुपया पहली बार 91 प्रति डॉलर के स्तर को पार कर एक नया रिकॉर्ड निम्न स्तर पर पहुंच गया था। तब से, रुपया लगभग 91 प्रति डॉलर के स्तर से सुधरकर वर्तमान स्तरों पर आ गया है। यह सुधार बुधवार को बाजार खुलने के तुरंत बाद आरबीआई के भारी हस्तक्षेप के साथ शुरू हुआ था।