फसल नुकसान हुआ तो ज्यादा क्लेम:अनूपपुर, उमरिया में चना-सरसों और दतिया में गेहूं की कवरेज रकम बढ़ी

रबी सीजन की शुरुआत के साथ ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा प्रक्रिया इसी महीने शुरू होने वाली है। ऐसे में किसानों के लिए यह जानना जरूरी है कि इस बार किन जिलों में फसल बीमा कवरेज बढ़ा है और कहां पिछले साल जैसी ही राशि लागू रहेगी। प्रदेश में गेहूं, चना और सरसों- तीनों फसलों में कई जिलों में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जबकि कुछ जिलों में कवरेज बढ़ने से किसानों को बड़ा सुरक्षा दायरा मिलेगा।

नर्मदापुरम, हरदा, शाजापुर और आगरमालवा वे जिले हैं जहां इस बार तीनों प्रमुख फसलों की कवरेज राशि पिछले साल की तरह ही रखी गई है। दूसरी ओर अनूपपुर, उमरिया और शहडोल में चना, साथ ही देवास, विदिशा और सागर में सरसों के बीमा कवरेज में सबसे अधिक बढ़ोतरी दर्ज हुई है।

इसी तरह गेहूं में दतिया वह जिला है जहां कवरेज राशि में सबसे बड़ा इजाफा किया गया है। जिन जिलों में बीमा कवरेज बढ़ा है, वहां किसानों को प्रीमियम थोड़ा ज्यादा देना होगा, लेकिन नुकसान की स्थिति में उन्हें क्लेम भी ज्यादा मिलेगा।

इन जिलों में नहीं बढ़ा बीमा

गेहूं की बात करें तो श्योपुर, इंदौर, उज्जैन, खंडवा, देवास, धार, नीमच, बुरहानपुर, भोपाल, मंदसौर, मुरैना, रतलाम और राजगढ़ में पिछले साल वाली ही कवरेज राशि लागू रहेगी। चना में मऊगंज, इंदौर और उज्जैन में भी एक रुपये का इजाफा नहीं है। वहीं सरसों में श्योपुर और मुरैना में कवरेज की राशि जस की तस रखी गई है।

गेहूं में सबसे कम बढ़ोतरी दमोह में हुई, जहां कवरेज केवल 50 रुपये बढ़कर 36,350 रुपये प्रति हेक्टेयर हो पाया। चने में मंदसौर और नीमच में केवल 50 रुपये की बढ़त दर्ज की गई और कवरेज 38,850 रुपये पहुंचा। सरसों में राजगढ़ में 560 रुपये और शिवपुरी में 650 रुपये बढ़ाए गए हैं, जिसके बाद यहां कवरेज 26,850 रुपये प्रति हेक्टेयर तय हुआ है।

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