भोपाल, भोपाल में चल रहे आलमी तब्लीगी इज्तिमा का समापन सोमवार को दुआ-ए-खास के साथ हुआ। इस मौके पर मौलाना साद साहब ने भावुक माहौल में खास दुआ करवाई। उन्होंने दुआ में गुनाहों की माफी की गुजारिश की और कहा कि इंसानियत पर रहम बरसाया जाए। उन्होंने इंसान और इंसानियत को तवज्जो देने, एक-दूसरे से मोहब्बत और भाईचारे के साथ रहने की ताकीद की।
मौलाना साद ने दुआ में मुसलमानों को हक पर कायम रहने की तौफीक देने की अरज की। उम्मत के दिलों में रहमत और नरमी पैदा होने के लिए भी दुआ की। उन्होंने कहा कि हमें हजरत मोहम्मद साहब की सुन्नतों पर चलने वाला बना, हमारे सब्र को मंजूर फरमा।
उन्होंने दीनी मदरसों की हिफाजत, बीमारों की शिफा और उन लोगों के लिए भी दुआ की जिन पर नाहक मुकदमे दर्ज किए गए हैं। मौलाना ने कहा कि अल्लाह सबकी मुश्किलें आसान करे और रहमतें नाजिल फरमाए।
इज्तिमा प्रबंधन के अनुसार दुआ-ए-खास में इस बार 10 से 12 लाख से ज्यादा जायरीन शामिल हुए। अब लाखों की भीड़ वापसी के लिए लौट रही है।
ट्रैफिक और सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम इतनी बड़ी भीड़ के चलते प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात दोनों स्तरों पर खास रणनीति बनाई है। इज्तिमा स्थल की ओर आने वाले प्रमुख मार्गों पर पुलिस, होमगार्ड और ट्रैफिक स्टाफ तैनात है।
भीड़ को देखते हुए रूट डायवर्जन, अतिरिक्त पार्किंग और पैदल मार्गों को सुव्यवस्थित किया है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भी अतिरिक्त टिकट काउंटर, ATVM मशीनें और सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
गाड़ी खराब या पंचर होने पर मिलेगी तुरंत मदद लाखों जायरीन और हजारों वाहनों की आवाजाही को देखते हुए इज्तिमा कमेटी ने इस बार मैकेनिक और पंचर खिदमत जमात भी तैनात की है।
इज्तिमा में शामिल किसी जायरीन की गाड़ी खराब होने या पंचर होने पर कमेटी से जुड़े मैकेनिक मौके पर पहुंचकर मदद करेंगे। यह सुविधा केवल इज्तिमा में आए जायरीनों के लिए उपलब्ध होगी।