वॉशिंगटन: पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तानी आतंकियों के शामिल होने की बात को अमेरिकी सांसद बिल हुइजेंगा ने स्वीकार किया है। बिल हुइजेंगा ने कहा है कि हाफिज सईद के लश्कर-ए-तैयबा का प्रॉक्सी गुट द रेजिस्टेंस फ्रंट पहलगाम आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान स्थित इस गुट को जुलाई में ही ट्रंप प्रशासन ने विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) घोषित कर दिया था। ये फैसला पहलगाम हमले की वजह से लिया गया।
भारत ने लगातार ये कहा है कि आतंकी हाफिज सईद और उसके दूसरे साथी पाकिस्तान से बैठकर भारत की जमीन पर हमलों की साजिश रचते हैं। हालांकि पाकिस्तान इसे नकारता रहा है लेकिन हुइजेंगा का बयान दिखाता है कि दुनिया में भारत के पक्ष को बल मिल रहा है। डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के नेता हुइजेंगा ने स्पष्टतौर पर कहा है कि पहलगाम का हमला भयावह था और इसे रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने अंजाम दिया।
पहलगाम का आतंकी हमला
इस साल 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला हुआ था। इस क्रूर आतंकवादी हमले में 26 लोगों की हत्या की गई थी। इस हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान से आए आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया और जवाबी कार्रवाई की बात कही। जवाबी कार्रवाई के तौर पर भारत ने ऑपरेशन सिंदूर किया।पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को खत्म करने के लिए भारत की सेना ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और हवाई हमले किए। इस पर पाकिस्तान ने भी जवाबी हमले किए और दोनों देशों में युद्ध जैसी स्थिति बन गई। ये संघर्ष चार दिन, 10 मई तक चला। इस दौरान भारत ने कई आतंकी ठिकानों को तबाह किया।
पाकिस्तान ने नहीं ली जिम्मेदारी
पहलगाम हमले और फिर ऑपरेशन सिंदर के दौरान पाकिस्तान ने लगातार ये कहा कि भारत की कार्रवाई पूरी तरह से गलत है। पाकिस्तान ने पहलगाम में किसी भी तरह का हाथ होने से इनकार किया है। हालांकि भारत ने साफ किया कि पहलगाम को अंजाम देने वाले हमलावर सीमापार से आए थे। भारत ही नहीं अमेरिका और कई दूसरे देशों ने भी अब माना है कि हमलावर पाक स्थित आतंकी गुटों से जुड़े थे।