विशेष ग्राम सभा में डिजिटल फसल सर्वेक्षण के गिरदावरी सूची का पठन

बालोद। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी एग्रीस्टैक परियोजना अंतर्गत आज बालोद जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में आयोजित विशेष ग्राम सभा के अवसर पर डिजिटल फसल सर्वेक्षण कार्य के अंतर्गत गिरदावरी कार्य की सर्वे सूची का पठन किया गया। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा के निर्देशानुसार गिरदावरी कार्य के सर्वे सूची का पठन हेतु जिले के सभी विकासखण्ड के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में निर्धारित तिथियों में निरंतर विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों में आयोजित विशेष ग्राम सभा के दौरान गिरदावरी सर्वे सूची के पठन के अलावा भविष्य में आने वाले जल संकट से निपटने तथा जल संरक्षण के उपाय सुनिश्चित करने हेतु कृषि एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों के द्वारा कृषकों एवं ग्रामीणों को धान के बदले दलहन, तिलहन एवं अन्य फसल लगाने की समझाईश दी जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि धान के फसल में अन्य फसलों की अपेक्षा बहुत अधिक पानी की खपत होती है। इसके अलावा ग्रीष्म ऋतु में धान की फसल के उत्पादन के लिए केवल भूजल पर ही निर्भर रहना पड़ता है। जिसके फलस्वरूप भूजल का अत्यधिक दोहन होेने से भूजल का स्तर लगातार बहुत नीचे जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि आज एग्रीस्टैक परियोजना अंतर्गत गिरदावरी कार्य की सर्वे सूची का पठन हेतु बालोद विकासखण्ड के ग्राम तरौद, बघमरा, गोड़पार एवं टेकापार, डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम मटिया, सिर्राभाठा, डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम मरकाटोला, जमही, वनपंडेल, मगरदाह, कुर्रूटोला, ढोर्रीठेमा, किसनपुरी, कुर्सीटिकुर, चिहरो, खैरवाही सहित जिले के सभी तहसीलों के विभिन्न ग्राम पंचायतों में आयोजित विशेष ग्राम सभा के माध्यम से पटवारियों एवं ग्राम पंचायत सचिवों के द्वारा गिरदावरी सूची का पठन किया गया।

उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के निर्देशों के अनुरूप जिले में किसानों के फसलों का डिजिटल सर्वेक्षण मोबाइल ऐप के माध्यम से रियल टाइम में किया गया, जिसमें खेत की भौगोलिक स्थिति के साथ फसल की फोटो अपलोड की गई है। राज्य शासन द्वारा भू-नक्शों के जीव-रिफ्रेसिंग के पश्चात अब त्रुटिरहित फसल सर्वेक्षण संभव हुआ है। इस पहल का उद्देश्य त्रुटिरहित फसल गिरदावरी सुनिश्चित करते हुए किसानों के फसलों की सटीक और तकनीकी जानकारी एकत्रित करना है, जिससे योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता एवं दक्षता सुनिश्चित की जा सके। डिजिटल फसल सर्वेक्षण में किसानों की फसलों की सभी जानकारियां एग्री स्टैक पोर्टल में दर्ज की गई है। जिससे किसानों को फसल उत्पादकता के लिए जरूरी इनपुट जैसे फसल ऋण, विशेषज्ञों की सलाह से लेकर बाजार उपलब्ध कराने में एग्री स्टैक पोर्टल से मदद मिलेगी। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे।

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