गौहरगंज में 6 साल की बच्ची से रेप के आरोपी सलमान को गुरुवार रात पुलिस ने भोपाल के गांधी नगर इलाके से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद करीब चार घंटे तक वह पुलिस की हिरासत में रहा। इस दौरान उसके चेहरे पर न पछतावा दिखा और न ही कोई तनाव।
रात 11.15 बजे गिरफ्तारी के बाद इलाके में तनाव और गुस्सा बढ़ने लगा, जिसके चलते गांधी नगर पुलिस उसे फौरन थाने से दूसरी जगह ले गई। रात करीब 12:30 बजे आरोपी सलमान को रायसेन पुलिस के सुपुर्द किया गया।
रायसेन टीम उसे भोपाल से गौहरगंज ले जा रही थी। रास्ते में पूछताछ के दौरान उसने बताया कि बच्ची उसे सॉफ्ट टारगेट लगी थी। अंदाजा नहीं था कि मामला इतना बड़ा हो जाएगा और उसकी पहचान उजागर हो जाएगी।
उसने कहा कि वह बच्ची के साथ गलत काम कर उसे छोड़ देना चाहता था, लेकिन जब बच्ची शोर मचाने लगी तो पकड़े जाने के डर से उसके साथ मारपीट भी की। वारदात के बाद बच्ची की हालत बिगड़ती देख आरोपी मौके से भाग निकला। जंगल के रास्तों से होकर वह 11 मील होते हुए भोपाल पहुंचा।
शहर में उसने अलग-अलग फुटपाथों पर रातें गुजारीं। उसके पास मौजूद थोड़े पैसे से वह समोसा, कचौड़ी और पोहा खाकर गुजर करता रहा। पहचान छिपाने के लिए वह लगातार मास्क लगाए रहा। आउटर रूट से घूमते हुए वह दोबारा गांधी नगर पहुंच गया और गिरफ्तारी से एक रात पहले तक वहीं छिपा हुआ था।
दिनभर कमरे की तलाश में भटकता रहा आरोपी गिरफ्तारी से पहले आरोपी सलमान पूरे दिन किराए के कमरे की तलाश में भटकता रहा। उसने कई लोगों से खाली कमरे को लेकर पूछताछ की थी। इसी दौरान कुछ युवकों की नजर उस पर पड़ी।
कमरे की तलाश में लगातार घूमता देख उन्होंने उसे रोका और पूछताछ की। व्यवहार संदिग्ध लगने पर युवकों ने उसे अपने पास ही बैठाए रखा और बाद में दो पुलिसकर्मियों के हवाले कर दिया।
अब जानिए, कैसे आई एनकाउंटर की नौबत डीसीपी आशुतोष गुप्ता के अनुसार, गांधीनगर (भोपाल) से आरोपी सलमान को लेकर पुलिस टीम रवाना हुई थी। कीरतनगर के पास आगे चल रही गाड़ी का टायर पंक्चर हो गया, जिसके कारण गाड़ी को रोकना पड़ा।
पुलिस अधिकारी नीचे उतरे, तभी आरोपी भी वाहन से उतरा। इसी दौरान उसने सुल्तानगंज चौकी के एसआई श्याम राज की पिस्टल छीनकर उन पर फायर करने का प्रयास किया। आरोपी ने दो राउंड फायर भी किए।
पुलिस टीम ने उसे चेतावनी दी, लेकिन वह नहीं माना और फिर दोबारा फायरिंग करने लगा। हालात को देखते हुए पुलिस ने रोकने के लिए हवाई फायर किया। आत्मरक्षा में चार राउंड फायर किए। एक गोली आरोपी के पैर में लगी और वह गिर पड़ा।
घायल आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर अस्पताल ले जाया गया। मुठभेड़ शुक्रवार तड़के करीब 3 से 3:30 बजे के बीच हुई।
मौत के खौफ से बढ़ी पल्स और बीपी शॉर्ट एनकाउंटर के बाद आरोपी सलमान को सबसे पहले जेपी अस्पताल लाया गया। इलाज कर रहे एक डॉक्टर के अनुसार, सुबह करीब 4:45 बजे उसका मेडिकल परीक्षण किया गया। सलमान की पल्स रेट और ब्लड प्रेशर सामान्य से अधिक था, ऐसा मालूम हो रहा था कि वह डरा हुआ है।
ज्यादा खून बहने के कारण वह बेहोशी की स्थिति में पहुंच रहा था। प्राथमिक इलाज के बाद उसे हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया। हमीदिया में उसके पैर की सर्जरी शुक्रवार शाम की गई।
इसी दौरान भोपाल कोर्ट के एक मजिस्ट्रेट ने अस्पताल पहुंचकर उसकी हालत देखी और पुलिस को रिमांड सौंपी है। पुलिस के मुताबिक आरोपी की हालत स्थिर होने के बाद उसे अस्पताल से डिस्चार्ज करने के बाद आगे की पूछताछ की जाएगी।
21 नवंबर को बच्ची को चॉकलेट के बहाने जंगल ले गया 21 नवंबर की शाम 6 साल की बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी। 23 वर्षीय आरोपी सलमान उसे चॉकलेट दिलाने के बहाने जंगल की ओर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म कर मौके से फरार हो गया था।
बच्ची बाद में रोती हुई जंगल में मिली थी। बच्ची को इलाज के लिए भोपाल एम्स में भर्ती किया गया है, जहां उसकी हालत में सुधार हो रहा है। पुलिस ने आरोपी पर 30 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था।
आरोपी घटना के 6 दिनों से पुलिस की गिरफ्त से बाहर था। इस घटना के बाद गौहरगंज सहित पूरे जिले में लोगों द्वारा आरोपी को फांसी और एनकाउंटर की मांग को लेकर प्रदर्शन किए जा रहे थे।