अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में आकाशवाणी चौक के पास घर में अनैतिक देह व्यापार का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने इस मामले में एक महिला को पहले गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा था। अब मामले में फरार चल रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। मामले का विवरण इस प्रकार है कि 10 नवंबर 2025 को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि आकाशवाणी चौक के पास एक घर में युवक और युवतियों से अवैध रूप से वेश्यावृत्ति कराई जा रही है। सूचना के आधार पर अंबिकापुर महिला थाना में धारा 3, 4, 5 और 7 अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम, 1956 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गई।
प्रारंभिक जांच में आकाशवाणी चौक के निकट एक मकान से महिला आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जिसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करते हुए उसे न्यायिक रिमांड पर भेजा गया था। विवेचना के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि पूर्व में गिरफ्तार महिला का पति सुनील कुमार भी अपराध में सहयोगी है। महिला ग्राहक ढूँढने का काम करती थी, जबकि उसका साथी हेमंत दास लड़कियों को ग्राहक तक पहुँचाने का कार्य करता था। प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी। 13 दिसंबर 2025 को पुलिस ने सुनील कुमार, पिता कमला साव (40 वर्ष) निवासी मयापुर, जिला सरगुजा; हेमंत दास, पिता स्व. राजेश दास (33 वर्ष) निवासी तेलसखरिया, थाना दरिमा; और एक अन्य महिला को अंबिकापुर स्थित मकान से हिरासत में लिया।
आरोपियों से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार किया। इसके बाद सभी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। अंबिकापुर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस तरह के अपराधों में पुलिस की सतर्कता और मुखबिरों की सूचना अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। “यह कार्रवाई हमारे लिए एक संदेश है कि किसी भी प्रकार के अनैतिक और अवैध काम को अंजाम नहीं दिया जाएगा। हम लगातार ऐसे मामलों की निगरानी कर रहे हैं और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने का कार्य जारी रहेगा,” उन्होंने कहा। अस्पताल और सामाजिक संगठनों के सहयोग से पीड़ितों को तत्काल राहत और मानसिक सहयोग भी दिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी ग्राहक ढूँढने और लड़कियों को ग्राहकों तक पहुँचाने के काम में सक्रिय थे। यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और इस पर लगातार निगरानी रखी जा रही थी।
जांच अधिकारियों ने यह भी बताया कि महिला आरोपी और उसके पति का मकसद केवल आर्थिक लाभ कमाना था। इस गिरोह ने कई लड़कियों को अपने जाल में फंसाया और अवैध तरीके से उन्हें ग्राहक तक पहुँचाया। पुलिस ने यह सुनिश्चित किया कि सभी पीड़ितों की सुरक्षा की जाए और उन्हें आवश्यक कानूनी और सामाजिक सहायता प्रदान की जाए। अंबिकापुर महिला थाना की टीम ने बताया कि यह कार्रवाई शहर में ऐसे अपराधों की रोकथाम के लिए एक गंभीर कदम है। “हम चाहते हैं कि कोई भी व्यक्ति इस प्रकार के अपराधों में लिप्त न हो। अंबिकापुर पुलिस इस मामले में पूरी तरह सक्षम और सतर्क है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए लगातार अभियान चलाए जाएंगे,” पुलिस अधिकारी ने कहा। अभियान के दौरान पुलिस ने आसपास के इलाकों में निगरानी बढ़ाई और संभावित अपराधियों पर कार्रवाई की।
पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि वे इस तरह के मामलों की सूचना तुरंत थाने को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। अब न्यायालय की निगरानी में आगे की जांच और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी कहा कि जिन लोगों ने इस गिरोह के साथ सहयोग किया, उनकी भी पहचान कर कानूनी प्रक्रिया के तहत उन्हें दंडित किया जाएगा। अंबिकापुर पुलिस की इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में राहत की भावना है और यह संदेश गया है कि अनैतिक देह व्यापार के खिलाफ प्रशासन पूरी तरह सजग है। पुलिस ने चेताया है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा इस प्रकार के अपराधों में संलिप्त होने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि महिला और बच्चों की सुरक्षा के लिए पुलिस की सतर्कता और प्रभावी कार्रवाई आवश्यक है। अंबिकापुर पुलिस इस दिशा में लगातार प्रयासरत है और ऐसे अपराधों को रोकने के लिए समुदाय की भागीदारी भी सुनिश्चित कर रही है।