सूरजपुर। छत्तीसगढ़ शासन के मंशानुरूप कलेक्टर श्री एस जयवर्धन एवं जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा के निर्देशानुसार पुरे जिले मे 6 से 8 अक्टूबर तक सामाजिक अंकेक्षण का कार्य किया जाना है, इसी के तहत विकासखंड शिक्षा अधिकारी डी एस लकड़ा के मार्गदर्शन मे आज प्राथमिक शाला उरांव पारा मदनेश्वरपुर मे अंकेक्षण समिति और नोडल अधिकारी द्वारा ग्रामीणों की उपस्थिति मे अंकेक्षण का कार्य किया गया। जिसमे शासन द्वारा तैयार किये 20 प्रश्नों के आधार पर विद्यालय का अवलोकन किया गया। इस सामाजिक अंकेक्षण के प्रति ग्रामीण जनो मे एक अलग ही उत्साह दिखा और अंकेक्षण के पश्चात् उनके चेहरे पर एक तरह की संतुष्टि दिखाई पड़ी।
सामाजिक अंकेक्षण में विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी), अभिभावक, शिक्षक, विद्यार्थी और ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि शामिल होकर विद्यालय की सभी गतिविधियों का मूल्यांकन किये। इसमें मिड डे मील, पुस्तक वितरण, छात्रवृत्ति, उपस्थिति, स्वच्छता, अधोसंरचना तथा शिक्षण गुणवत्ता जैसी बातों की समीक्षा की गयी।
प्रधान पाठक संजय साहू ने बताया कि सामाजिक अंकेक्षण की यह प्रक्रिया न केवल विद्यालय की जवाबदेही को मजबूत करती है, बल्कि समुदाय और विद्यालय के बीच विश्वास एवं सहयोग का वातावरण भी बनाती है। विद्यालय में सामाजिक अंकेक्षण का उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और जनसहभागिता को बढ़ाना है।
वर्ष 2025 में आयोजित सामाजिक अंकेक्षण का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विद्यालय में प्राप्त योजनाओं, संसाधनों और सुविधाओं का उपयोग सही ढंग से हो तथा विद्यार्थियों को उसका वास्तविक लाभ मिले। अंकेक्षण मे जनपद सदस्य संध्या रजवाड़े, सरपंच ललिता सिंह, नोडल अधिकारी राम प्रताप साहू, अंकेक्षण समिति के सदस्य रामरतन, बृजाराम, गेंदलाल, पम्पा एक्का, कृस्टिना लकड़ा, राजलाल, शिवप्रसाद साहू, शिक्षक रामकृपाल साहू, शोभारनी किसपोट्टा और ग्रामीण जन उपस्थित रहे।