नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी रिटेल कंपनी को शेयर बाजार में लाने की तैयारी शुरू कर दी है। कंपनी का लक्ष्य 2028 तक अपनी रिटेल यूनिट रिलायंस रिटेल का IPO लाना है। इसके लिए रिलायंस अपनी रिटेल यूनिट में प्रॉफिट वाले विस्तार पर ध्यान दे रही है। कंपनी हर साल लगभग 2,000 नए स्टोर खोलने की योजना बना रही है और साथ ही अपने कर्ज को भी कम कर रही है। इसका मकसद कंपनी की वैल्यूएशन बढ़ाना है। रिलायंस रिटेल साथ ही तेजी से बढ़ रहे क्विक कॉमर्स सेगमेंट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना चाहती है। इसके लिए कंपनी बड़े शहरों में और ज्यादा ‘डार्क स्टोर’खोलने पर जोर दे रही है।
ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश की सबसे बड़ी रिटेलर कंपनी ने आईपीओ की तैयारी के तौर पर अपने बैलेंस शीट को सुधारना शुरू कर दिया है। रिलायंस रिटेल की नॉन-करेंट बोरोइंग वित्त वर्ष 2025 में घटकर ₹20,464 करोड़ रह गई है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह ₹53,546 करोड़ थी। कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, इसमें से रिलेटेड पार्टी लोन वित्त वर्ष 2025 में घटकर ₹5,655 करोड़ रह गए, जो FY2024 में ₹40,164 करोड़ थे। बाकी कर्ज बैंकों से लिया गया है। रिलायंस रिटेल ने ईमेल पर पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया।
घाटे वाले स्टोर
मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि स्टोर्स का विस्तार सोच-समझकर किया जाएगा ताकि नेटवर्क मुनाफे में रहे और कंपनी का मूल्यांकन बढ़े। उन्होंने कहा कि फिलहाल, रिलायंस अपने टेलीकॉम बिजनेस के IPO पर ध्यान दे रही है, जिसकी योजना अगले साल है। उसके दो साल बाद रिटेल बिजनेस का IPO आएगा। पिछले दो वित्त वर्ष में घाटे वाले स्टोर्स को बंद करने का बड़ा काम अब पूरा हो गया है। स्टोर बंद होना जारी रहेगा, लेकिन यह सामान्य व्यावसायिक गतिविधियों का हिस्सा होगा। स्टोर बंद होने के बावजूद, हर साल शुद्ध रूप से 2,000 नए स्टोर जोड़े जाएंगे।
रोजाना 10 लाख ऑर्डर
अधिकारी ने यह भी कहा कि रिलायंस रिटेल भविष्य में क्विक कॉमर्स पर भी कड़ी नजर रखेगी। कंपनी अभी हर दिन एक मिलियन ऐसे ऑर्डर पूरे कर रही है, जिनमें से 90% ऑर्डर 30 मिनट से भी कम समय में डिलीवर हो जाते हैं। कंपनी इस पहल के लिए बड़े शहरों में अपने स्मार्ट पॉइंट ग्रोसरी स्टोर्स को डार्क स्टोर में बदल रही है। IPO की तैयारी के तौर पर रिलायंस ग्रुप ने रिलायंस रिटेल के एफएमसीजी बिजनेस को सीधे पैरेंट कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी बना दिया है।