इस्लामाबाद: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में तहरीक-ए-तालिबान आतंकियों ने भीषण हमला किया है। इस हमले में 11 सैनिकों की मौत हो गई है। मारे गए लोगों में 2 पाकिस्तानी सेना के अधिकारी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि टीटीपी आतंकियों ने जोगी सैन्य ठिकाने पर हमला किया और 11 सैनिकों को मार दिया। बताया जा रहा है कि 3 सैनिक घायल हैं। यही नहीं कई पाकिस्तानी सैनिक लापता हैं। पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि वे खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई कर रहे थे और इसी दौरान टीटीपी आतंकियों ने खैबर प्रांत के ओराकजई जिले में हमला कर दिया। पाकिस्तानी सेना ने 19 आतंकियों को भी मारने का दावा किया है।
पाकिस्तानी सेना ने एक बयान जारी करके कहा कि 7 और 8 अक्टूबर की रात को सेना के जवान खुफिया सूचना के आधार पर अभियान चला रहे थे। उन्हें सूचना मिली थी कि इस इलाके में आतंकी मौजूद हैं। पाकिस्तानी सेना ने कहा कि जवाबी कार्रवाई में 19 आतंकी भी मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि इस हमले में लेफ्टिनेंट कर्नल जुनैद आरिफ और मेजर तैयब राहत की मौत हो गई है।
पाकिस्तानी सेना ने भारत पर लगाए आरोप
पाकिस्तानी सेना ने अपने बयान में कहा कि इस इलाके में आतंकियों के खात्मे के लिए अभियान चला रही है। उसने आरोप लगाया कि इस हमले के पीछे भारत का हाथ है। पाकिस्तानी सेना ने भारत के शामिल होने का कोई सबूत नहीं दिया। इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने टीटीपी के 14 आतंकियों को मार दिया था। अब टीटीपी ने 11 पाकिस्तानी सैनिकों को मारकर अपना बदला पूरा कर लिया है। पाकिस्तान में इस साल के पिछले तीन महीने में आतंकी घटनाओं में 46 फीसदी की तेजी देखी है।पाकिस्तान में कम से कम 901 लोग मारे गए हैं और 599 लोग घायल हो गए हैं। मारे गए लोगों में आम नागरिक, सुरक्षाकर्मी और आतंकी शामिल हैं। इस दौरान हिंसा की 329 घटनाएं हुई हैं। पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत अफगानिस्तान से सटा हुआ है। पाकिस्तान का आरोप है कि टीटीपी आतंकियों को तालिबान की सरकार ने शरण दी है। वे तालिबान पर लगातार दबाव डाल रहे हैं कि वे टीटीपी के खिलाफ कार्रवाई करें।