एक सूत्र ने कहा कि मध्य पूर्व में एक बॉटलिंग बेस से रिलायंस को अफ्रीका में आसानी से प्रवेश करने में मदद मिलेगी। इसकी वजह यह है कि मिडिल ईस्ट से अफ्रीका नजदीक पड़ता है। नुवामा की एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय उपभोक्ता कीमत को लेकर काफी संवेदनशील है। कैंपा की ₹10 की कीमत, हाई ट्रेड कमीशन और केवल पीईटी बोतल यूज करने की रणनीति काफी कारगर साबित हो रही है। डाबर, टाटा कंज्यूमर और वरुण बेवरेज जैसी कंपनियां दबाव महसूस कर रही हैं। टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के सीईओ सुनील डिसूजा ने सितंबर तिमाही की इनकम कॉल के दौरान एनालिस्ट्स से कहा था कि नए नई कंपनी (कैंपा) ने अपनी सस्ती कीमत से इंडस्ट्री को प्रभावित किया है। लेकिन इस कीमत पर बिक्री टिकाऊ नहीं है और कंपनी को प्रति बोतल 1.5-2 रुपये का घाटा हो रहा है।