बेमेतरा। बृजेन्द्र कुमार शास्त्री प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बेमेतरा के मार्गदर्शन व श्रीमती निधि शर्मा, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बेमेतरा के निर्देशन में पैरालीगल वॉलेंटियर्स द्वारा जिला जेल, बेमेतरा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जेवरा एवं तालुका स्तर पर ग्राम गाड़ाडीह, जिला बेमेतरा में "विश्व एड्स दिवस" कार्यकम का आयोजन किया गया।
जिसमें लोंगो को बताया कि एड्स एक लाइलाज बीमारी है जो असुरक्षित यौन संबंध, एचआईव्ही से संक्रमित व्यक्ति की इंजेक्शन को किसी दूसरे व्यक्ति के साथ साझा करने से, गर्भावस्था, प्रसव या स्तनपात के दौरान अगर कोई महिला एचआईव्ही से संक्रमित है तो वह अपने बच्चें को भी संक्रमित कर सकती है एवं संक्रमित व्यक्ति के द्वारा रक्त का आदान-प्रदान करने से भी एड्स हो सकता है। एड्स से ग्रसित व्यक्ति में इम्यून सिस्टम बनना बंद हो जाता है शुरूआत के लक्षण सर्दी, जुकाम, खांसी से प्रारंभ होता है, जो हमेशा बने रहता है और वजन कम होने लगता है।
साथ ही एड्स से ग्रसित व्यक्ति में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है। एड्स से बचाव के उपाय बतातें हुए यह भी कहां कि यह एक वायरस है जो पानी एवं हवा से नहीं फैलता है साथ ही एचआईव्ही पीड़ित महिला भी एक स्वस्थ्य बच्चें को जन्म दे सकती है।
एड्स पीड़ित व्यक्ति को समाज में सम्मान के साथ जीने का हक है उसके साथ संवेदना पूर्ण व्यवहार करना चाहिए इसे छुवाछूत की भावना से नही देखने का भी संदेश दिया। उक्त कार्यकम में जेल अधीक्षक श्री दिनेश चन्द्र धव, नर्स स्टॉफ श्रीमती दिपांजली डेनियल एवं समस्त पैरालीगल वॉलेंटियर्स की उपस्थिति रही।